संवाददाता , योगेश यादव
परिचय: त्योहार से पहले प्रशासन सख्त
सुल्तानपुर के लंभुआ कस्बे में बुधवार शाम खाद्य सुरक्षा विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मिठाई की दुकानों पर औचक छापा मारा। यह कार्रवाई त्योहारी सीजन को देखते हुए की गई, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया।
इस छापेमारी में पनीर, खोवा, मिठाई आदि के नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि त्योहारों पर जनता को मिलावटी खाद्य पदार्थ न परोसे जाएं।
कार्यवाई के मुख्य बिंदु
- स्थान: लंभुआ कस्बा, सुलतानपुर
- नेतृत्व: SDM एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गामिनी सिंगला (IAS)
- टीम में शामिल:
- रिदम आनंद (ज्वाइंट मजिस्ट्रेट)
- अंजनी श्रीवास्तव (फूड इंस्पेक्टर)
- वैभव श्रीवास्तव (सप्लाई इंस्पेक्टर)
- सैंपलिंग की गई दुकानें:
- राजलक्ष्मी स्वीट्स
- आराधना स्वीट्स
- आजीविका स्टोर
- लिए गए सैंपल: खोवा, पनीर, मिठाइयाँ, बेसन आदि
- कार्रवाई का उद्देश्य: त्योहारों पर शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करना
कैसे हुई कार्यवाई?
बुधवार की शाम अचानक संयुक्त टीम प्रशासनिक अमले के साथ लंभुआ बाजार पहुंची। सबसे पहले टीम राजलक्ष्मी स्वीट्स पहुँची, जहाँ मिठाइयों की गुणवत्ता और स्वच्छता की जांच की गई।
फिर टीम आजीविका स्टोर और आराधना स्वीट्स पर पहुँची और वहाँ भी:
- पनीर, खोवा और मिठाइयों के सैंपल एकत्र किए गए
- दुकान की साफ-सफाई, स्टोरेज कंडीशन, और फूड सेफ्टी मानकों की जांच की गई
- दुकानदारों को कड़े निर्देश दिए गए कि भविष्य में किसी प्रकार की गड़बड़ी मिलने पर लाइसेंस निलंबित या रद्द कर दिया जाएगा
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प्रशासन की ओर से क्या कहा गया?
एसडीएम गामिनी सिंगला (IAS):
“त्योहारों से पहले मिलावट पर नियंत्रण पाना ज़रूरी है। सभी दुकानदारों को स्पष्ट संदेश है कि खाद्य गुणवत्ता से समझौता नहीं चलेगा। सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
फूड इंस्पेक्टर अंजनी श्रीवास्तव:
“हर दुकान पर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट के नियम लागू हैं। यदि कोई दुकानदार मानकों की अनदेखी करता है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी।”
कौन-कौन से सैंपल लिए गए?
खाद्य पदार्थ | संभावित मिलावट | प्रयोगशाला परीक्षण का उद्देश्य |
---|---|---|
खोवा | सिंथेटिक दूध, स्टार्च | अशुद्धि, घातक रसायन परीक्षण |
पनीर | डिटर्जेंट, सिंथेटिक दूध | फैट प्रतिशत, अशुद्धि जांच |
मिठाइयाँ | रंग, नकली घी | रंग की शुद्धता, तेल की गुणवत्ता |
बेसन | सस्ता मैदा मिलाना | प्रोटीन मात्रा, शुद्धता |
इन सभी नमूनों को राजकीय खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया है। रिपोर्ट 7 से 10 कार्यदिवस में प्राप्त होने की संभावना है।
दुकानदारों की प्रतिक्रिया
कार्रवाई के दौरान अधिकांश दुकानदार सहयोगात्मक नज़र आए, लेकिन कुछ दुकानदारों ने इस छापेमारी को “त्योहार के वक्त व्यापार में बाधा” कहा।
रमेश चंद्र (दुकानदार, लंभुआ बाजार):
“हम हमेशा शुद्ध मिठाई बनाते हैं। प्रशासन की जांच का स्वागत करते हैं, लेकिन समय पर सूचना देना बेहतर होता।”
ग्राहक भावना सिंह:
“हम उपभोक्ताओं के रूप में ऐसी कार्यवाई की उम्मीद करते हैं। खाने-पीने की चीज़ों में मिलावट जानलेवा हो सकती है।”
News Time Nation Sultanpur विश्लेषण
सुलतानपुर जिले में पिछले कुछ वर्षों से त्योहारों के दौरान खाद्य मिलावट एक आम समस्या रही है।
मुख्य खतरे:
- मिलावटी खोवा: जिससे पेट दर्द, दस्त और फूड पॉइजनिंग हो सकती है
- रंगीन मिठाईयों में हानिकारक रंग: जो कैंसर तक का कारण बन सकते हैं
- सड़े हुए तेल का उपयोग: जिससे लीवर और हृदय संबंधित रोग हो सकते हैं
हालिया आंकड़े (2024–2025):
वर्ष | लिए गए सैंपल | मिलावटी पाए गए | लाइसेंस रद्द |
---|---|---|---|
2024 | 105 | 27 | 9 |
2025 | 73 (अब तक) | 18 (प्रारंभिक) | 4 |
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि मिलावटखोरी अब भी एक गंभीर चुनौती है।
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कानूनी प्रावधान
Food Safety and Standards Act, 2006 के तहत:
- पहली बार दोषी पाए जाने पर ₹5 लाख तक जुर्माना
- बार-बार उल्लंघन पर 6 माह से 3 साल तक की सजा
- लाइसेंस सस्पेंड या रद्द किया जा सकता है
जनता के लिए सुझाव – क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
- ब्रांडेड और रजिस्टर्ड दुकानों से ही मिठाई खरीदें
- बिल ज़रूर लें
- खाने में अजीब स्वाद, रंग या गंध लगे तो तुरंत शिकायत करें
- FSSAI लाइसेंस नंबर की जांच करें
क्या न करें:
- खुले में सस्ती मिठाई न खरीदें
- त्योहारों पर भारी छूट की आड़ में मिलावटी उत्पादों से सावधान रहें
- सोशल मीडिया अफवाहों पर आंख बंद कर विश्वास न करें
News Time Nation Sultanpur की भूमिका
हमारा लक्ष्य है:
- स्थानीय खबरों को जिम्मेदारी और प्राथमिकता के साथ प्रस्तुत करना
- जनता को सतर्क और जागरूक बनाना
- प्रशासनिक कार्रवाइयों को पारदर्शी रूप में रिपोर्ट करना
- दुकानदारों में जवाबदेही का भाव जागृत करना
निष्कर्ष: सुरक्षा में लापरवाही नहीं
लंभुआ की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि प्रशासन अब कोई चूक बर्दाश्त नहीं करेगा। खाद्य सुरक्षा को लेकर यह एक सकारात्मक पहल है, जो सुलतानपुर जैसे जिले में आम जनता के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।