भले ही देश में बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है, लेकिन आज भी देश का मूड पीएम नरेंद्र मोदी के साथ है। देश के प्रधानमंत्री के चेहरे के लिए हुए सर्वे में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सबसे बड़ी पसंद हैं। 53 फीसदी लोग एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी को ही देश का पीएम बनते देखना चाहते हैं। इंडिया टुडे और सी-वोटर की ओर से किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे में 53 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी को अपनी पसंद बताया तो कांग्रेस के राहुल गांधी को 9 फीसदी लोग ही पीएम देखना चाहते हैं। तीसरे नंबर पर अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्हें 7 पर्सेंट लोगों ने अपनी पसंद बताया है।
आज लोकसभा चुनाव हुए तो BJP-शिंदे गुट को लगेगा झटका, 24 सीटों का नुकसान
सर्वे के नतीजों से साफ है कि नरेंद्र मोदी का जादू अब भी देश पर कायम है और वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत के आंकड़ों तक ले जाने में सक्षम हैं। यही नहीं सर्वे में शामिल 25 फीसदी लोगों ने माना है कि केंद्र सरकार की बड़ी उपलब्धि है कि उसने कोरोना का अच्छे से मैनेजमेंट किया। इसके अलावा 14 फीसदी लोगों ने आर्टिकल 370 के खात्मे को एनडीए सरकार की उपलब्धि माना है। 8 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर को भी मोदी सरकार की उपलब्धि माना है।
इसी सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि यदि आज ही लोकसभा के चुनाव हों तो किसकी सरकार बनेगी। सर्वे के मुताबिक आज चुनाव होने की स्थिति में भी मोदी सरकार ही बनेगी। देश भर में 41.4 फीसदी वोट एनडीए को मिल सकते हैं। इसके अलावा 28.1 फीसदी वोट यूपीए के खाते में जा सकते हैं। वहीं अन्य के खाते में यूपीए से थोड़ा अधिक 30.6 फीसदी वोट जा सकते हैं। सीटों के आंकड़े की बात करें तो 1 अगस्त, 2022 को किए गए सर्वे के मुताबिक एनडीए को 307 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा यूपीए को 125 और अन्य को 111 मत मिल सकते हैं।
नीतीश के पालाबदल से लगेगा बिहार में भाजपा को झटका
हालांकि बिहार में हुए बड़े बदलाव के बाद भाजपा और एनडीए का ग्राफ थोड़ा गिरा है। मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक एनडीए को मौजूदा स्थिति में 286 सीटें मिल सकती हैं। यानी बिहार में नीतीश के पालाबदल से उसे 21 सीटों का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा यूपीए के खाते में 146 सीटें जा सकती हैं। इसके अलावा अन्य दलों के खाते में 111 सीटें जा सकती हैं। साफ है कि गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस दलों के खाते में भी इस बार के लोकसभा चुनाव में अच्छी खासी सीटें जा सकती हैं।