नेहरू पार्क या नगर पालिका चौराहे पर लग सकती है प्रतिमा – News Time Nation Bilhaur की रिपोर्ट
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की विचारधारा और योगदान को अमर बनाए रखने के लिए, बिल्हौर विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक प्रत्याशी रचना सिंह गौतम ने आज एक अहम कदम उठाया। उन्होंने नगर पालिका परिषद बिल्हौर के अधिशासी अधिकारी को एक औपचारिक ज्ञापन सौंपा, जिसमें डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा नेहरू पार्क या नगर पालिका चौराहे पर लगाने की मांग की गई है।
यह मांग केवल एक राजनीतिक गतिविधि नहीं, बल्कि बिल्हौर की जनता की वर्षों पुरानी आकांक्षा को मूर्त रूप देने का प्रयास है।
News Time Nation Bilhaur की टीम ने इस विषय पर गहराई से पड़ताल की, स्थानीय लोगों से बात की और यह जाना कि यह पहल क्यों महत्वपूर्ण है।
क्यों उठी यह मांग?
रचना सिंह गौतम ने स्पष्ट किया कि यह मांग सिर्फ एक नेता के रूप में उनकी व्यक्तिगत पहल नहीं है, बल्कि यह जनता की आवाज है।
बाबासाहेब अंबेडकर का योगदान सिर्फ एक संविधान निर्माता के रूप में नहीं, बल्कि एक सामाजिक सुधारक, शिक्षाविद, और समतावादी विचारक के रूप में भी अमूल्य है।
उन्होंने कहा:
“बिल्हौर की जनता बाबासाहेब की प्रतिमा चाहती है। यह उनका सम्मान नहीं, हमारी जिम्मेदारी है।”
ज्ञापन में क्या कहा गया?
ज्ञापन में निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं को रखा गया:
- बिल्हौर क्षेत्र में डॉ. अंबेडकर की कोई सार्वजनिक प्रतिमा नहीं है, जो अफसोसनाक है।
- नेहरू पार्क या नगर पालिका चौराहा ऐसे स्थल हैं जो सार्वजनिक रूप से प्रमुख और प्रतीकात्मक स्थान हैं।
- प्रतिमा की स्थापना से जनता को प्रेरणा, युवा पीढ़ी को शिक्षा और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहन मिलेगा।
जन समर्थन और स्थानीय नेतृत्व का साथ
इस मौके पर न सिर्फ रचना सिंह गौतम, बल्कि स्थानीय समाजवादी नेता, पार्षद, और सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद थे। जिनमें शामिल थे:
- इरशाद सरदार टेलर
- इमरान सभासद
- बबलू सभासद
- अब्दुला
- शशिकांत पाल
- अकील
- शहनवाज
- बिलाल
- गुफरान
- और भारी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता
इन सभी ने रचना सिंह की इस पहल का पूर्ण समर्थन किया और इसे “बिल्हौर के सामाजिक सम्मान की दिशा में बड़ा कदम” बताया।
नेहरू पार्क और नगर पालिका चौराहा – क्यों उपयुक्त स्थल?
नेहरू पार्क:
- बिल्हौर का प्रमुख सार्वजनिक स्थल
- यहाँ पहले से ही सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियाँ होती रहती हैं
- बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों की नियमित उपस्थिति, जिससे शिक्षा और प्रेरणा का वातावरण
नगर पालिका चौराहा:
- यातायात और जन-संचार का मुख्य बिंदु
- प्रतिमा की स्थापना से सामाजिक संदेश और दृश्य प्रभाव मजबूत होगा
- ऐतिहासिक रूप से प्रतीकात्मक स्थल बन सकता है
रचना सिंह गौतम: सामाजिक और राजनीतिक प्रतिबद्धता का उदाहरण
News Time Nation Bilhaur के संवाददाता से बात करते हुए रचना सिंह ने कहा:
“हमारी राजनीति का उद्देश्य सिर्फ सत्ता नहीं, समाज का निर्माण है।
बाबासाहेब की प्रतिमा लगाकर हम नव भारत की नींव को और मजबूत करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि यदि नगर पालिका इस पर शीघ्र निर्णय नहीं लेती, तो वह जनता के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन तक का रास्ता अपनाने को तैयार हैं।
नगर पालिका की प्रतिक्रिया
हालांकि नगर पालिका की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है, लेकिन आंतरिक सूत्रों के मुताबिक, अधिशासी अधिकारी ने प्रस्ताव को सकारात्मक रूप से लिया है और इसे नगर पालिका बोर्ड की बैठक में रखने की बात कही है।
जनता की राय: क्या कहते हैं बिल्हौरवासी?
News Time Nation Bilhaur ने क्षेत्र के आम नागरिकों से बात की। जानिए उनकी प्रतिक्रियाएं:
विजय कुमार, स्कूल शिक्षक:
“बच्चों को बाबासाहेब के विचारों से जोड़ना जरूरी है। प्रतिमा से एक शिक्षा का माध्यम मिलेगा।”
सुधा देवी, गृहिणी:
“हम बरसों से चाह रहे थे कि कोई उनकी मूर्ति लगवाए। अब उम्मीद जगी है।”
अलीम खान, कॉलेज छात्र:
“हम युवाओं के लिए यह प्रेरणा बनेगी। बाबासाहेब का चेहरा देखना खुद को मजबूत करने जैसा होगा।”
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सामाजिक-सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्व
- संविधान निर्माता के रूप में बाबा साहेब अंबेडकर का योगदान अमूल्य है।
- उनकी प्रतिमा सिर्फ सम्मान नहीं, समानता, शिक्षा और अधिकारों का प्रतीक बन सकती है।
- प्रतिमा स्थापना से सामाजिक एकता और समरसता का सन्देश जाएगा।
क्या आगे होगा?
- नगर पालिका बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित होने की संभावना
- स्थल चयन पर समिति बन सकती है
- स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों की सहभागिता से प्रतिमा का डिज़ाइन और सामग्री तय होगी
- फंडिंग – राज्य सरकार, CSR, या स्थानीय योगदान से हो सकती है
News Time Nation Bilhaur की विशेष टिप्पणी
यह पहल राजनीति से ऊपर उठकर एक सामाजिक आंदोलन की शक्ल ले सकती है।
जहाँ नेता केवल चुनाव में सक्रिय दिखते हैं, वहाँ रचना सिंह गौतम की यह पहल दिखाती है कि राजनीति का असली अर्थ “जन सेवा” है।
News Time Nation Bilhaur इस मुद्दे पर लगातार नजर बनाए रखेगा और जैसे-जैसे घटनाक्रम आगे बढ़ेगा, आपको अपडेट करता रहेगा।
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निष्कर्ष: अब देर नहीं, निर्णय की घड़ी
बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि एक चेतना का प्रतीक बन सकती है।
बिल्हौर की जनता जागरूक है, नेतृत्व तैयार है, और अब नगर पालिका प्रशासन को भी निर्णय लेना होगा।
यह अवसर है – संविधान के सम्मान को मूर्त रूप देने का।