
| संवाददाता . राजेश चौहान |
News Time Nation Bahraich – बहराइच जिले के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान डा. सर्वेश कुमार शुक्ला ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, सबलापुर में सोमवार को नर्सिंग विभाग द्वारा मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन बड़े ही उत्साह और नवाचार के साथ किया गया। इस प्रदर्शनी में एएनएम, जीएनएम और बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और अपने रचनात्मक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया।
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आयोजन स्थल: ज्ञान और नवाचार का संगम
एसकेएस कॉलेज सबलापुर, बहराइच जनपद के ग्रामीण परिवेश में स्थित एक उभरता हुआ संस्थान है, जो शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। संस्थान में नर्सिंग, फार्मेसी, पैरामेडिकल एवं अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। इस प्रकार की मॉडल प्रदर्शनी विद्यार्थियों को आवश्यक व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए एक अनूठा मंच है।
डायरेक्टर पल्लवी शुक्ला और प्राचार्य हरीश नागर ने किया उद्घाटन
प्रदर्शनी का शुभारंभ संस्थान की डायरेक्टर पल्लवी शुक्ला और नर्सिंग विभाग के प्राचार्य हरीश नागर द्वारा किया गया। दोनों ने विभिन्न मॉडलों का निरीक्षण किया और छात्रों से उनके निर्माण, उद्देश्यों और उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
पल्लवी शुक्ला ने कहा:
“इस तरह की गतिविधियाँ छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में मदद करती हैं। जब छात्र किसी विषय को प्रयोगात्मक रूप से समझते हैं, तो उनकी सीखने की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है।”
हरीश नागर ने भी छात्रों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा:
“आज की युवा पीढ़ी को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि वैचारिक एवं व्यवहारिक शिक्षा की भी आवश्यकता है, जो इस प्रदर्शनी के माध्यम से संभव हो रहा है।”
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क्या था खास इस प्रदर्शनी में?
प्रदर्शनी में छात्रों ने स्वास्थ्य, जीवनशैली, पर्यावरण संरक्षण, जैविक संरचनाएं, आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएँ, हर्बल मेडिसिन, प्राथमिक उपचार की तकनीकें, और कोविड प्रबंधन जैसे विषयों पर आधुनिक मॉडलों का प्रदर्शन किया।
प्रमुख मॉडलों में शामिल थे:
- नवजात शिशु देखभाल यूनिट का मॉडल
- कोविड-19 महामारी नियंत्रण प्रणाली
- वातावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण
- बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम
- इमरजेंसी वार्ड की कार्यप्रणाली
- प्राथमिक उपचार किट की स्वचालित प्रणाली
विद्यार्थियों की भागीदारी और रचनात्मकता
इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले विद्यार्थियों में शामिल थे:
- आस्था शुक्ला
- सौम्या सिंह
- सुनिधि शुक्ला
- आंचल सिंह
- ईशा वर्मा
- संगीता पाल
- कीर्ति मिश्रा
- लवीशा प्रजापति
- फूलचंद्र डावरिया
- पुष्पेन्द्र तिवारी
इन सभी ने अपने समूहों के साथ मिलकर मॉडलों की रचना की और जूरी के सामने उनका सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया। सभी प्रतिभागियों ने विषय की गहराई में जाकर शोध किया और मॉडलों को व्यावहारिक रूप से प्रभावशाली बनाने का हरसंभव प्रयास किया।
आयोजन की सफलता का कारण: सहयोग और प्रेरणा
इस सफल आयोजन के पीछे संस्था के प्रबंधक, शिक्षकगण, तकनीकी स्टाफ और समर्पित विद्यार्थियों का सामूहिक योगदान रहा। मैनेजर आस्था शुक्ला ने आयोजन की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियाँ निरंतर आयोजित की जाएंगी ताकि विद्यार्थियों को नवाचार का अवसर मिलता रहे।
शिक्षिका सौम्या सिंह ने भी विद्यार्थियों के साथ दिन-रात मेहनत कर उन्हें मॉडलों की तकनीकी समझ में सहायता दी। सुनिधि शुक्ला, आंचल सिंह, ईशा वर्मा, और संगीता पाल जैसी शिक्षिकाओं ने छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन प्रदान किया।
News Time Nation Bahraich: शैक्षणिक गतिविधियों की रिपोर्टिंग में अग्रणी
News Time Nation Bahraich हमेशा से ही जिले में हो रही शैक्षणिक, सामाजिक और नवाचार आधारित गतिविधियों को उजागर करता आया है। इस मॉडल प्रदर्शनी की रिपोर्टिंग न केवल विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाती है बल्कि संस्थानों को भी प्रेरित करती है कि वे अपने छात्रों को मंच दें, जहां वे सीखने के साथ-साथ प्रस्तुतिकरण, अनुसंधान और नवाचार में भी प्रवीण बन सकें।
विश्लेषण: ग्रामीण भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में कदम
एसकेएस कॉलेज जैसे संस्थान उन युवाओं को एक प्लेटफॉर्म देते हैं जो शहरी संसाधनों से वंचित रह जाते हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि अगर उचित मार्गदर्शन और संसाधन मिले तो ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी भी वैज्ञानिक मॉडल और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- ग्रामीण संस्थान में उच्च गुणवत्ता वाली मॉडल प्रदर्शनी
- छात्राओं की प्रमुख भागीदारी
- स्वास्थ्य व पर्यावरण से जुड़े विषयों पर शोधात्मक प्रस्तुति
- छात्र-शिक्षक सहयोग का आदर्श उदाहरण
भविष्य की योजनाएँ
संस्थान द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि:
- प्रति सत्र मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
- सर्वश्रेष्ठ मॉडलों को जिले व राज्य स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए भेजा जाएगा।
- छात्रों को इंटर कॉलेज स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा।
- स्वास्थ्य जागरूकता से जुड़ी परियोजनाओं में विद्यार्थियों की भागीदारी को बढ़ाया जाएगा।
निष्कर्ष
News Time Nation Bahraich की विशेष रिपोर्ट में एसकेएस कॉलेज सबलापुर की यह मॉडल प्रदर्शनी न केवल एक शैक्षणिक आयोजन था, बल्कि एक ऐसा कदम था जो छात्रों को नवाचार, व्यावहारिकता और अनुसंधान के प्रति प्रेरित करता है। पल्लवी शुक्ला और हरीश नागर जैसे प्रेरक नेतृत्व में यह आयोजन सफल रहा और भविष्य की दिशा तय करने में एक उदाहरण बन गया है।