सुल्तानपुर ब्रेकिंग: जीआईसी पिपरी की निर्माणाधीन बाउंड्री गिरने से खुली घटिया निर्माण की पोल

सुल्तानपुर ब्रेकिंग: जीआईसी पिपरी की निर्माणाधीन बाउंड्री गिरने से खुली घटिया निर्माण की पोल
बल्दीराय तहसील क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज पिपरी में प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत चल रही बाउंड्री (चहारदीवारी) निर्माण कार्य में बड़ी लापरवाही सामने आई है। लगभग 1 करोड़ 63 लाख 80 हजार रुपये की लागत से 1850 रनिंग मीटर लंबी बाउंड्री का निर्माण मई माह में शुरू किया गया था, लेकिन बरसात में ही निर्माणाधीन दीवार धराशायी हो गई।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माण के दौरान नींव खुदाई मात्र नाममात्र की की गई, गिट्टी कुटाई भी नगण्य रही, साथ ही निर्माण में पीले ईंट और घटिया गुणवत्ता वाली बालू का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा पानी की उचित व्यवस्था न होने के कारण निर्माण कार्य में तराई भी ठीक से नहीं की गई। परिणामस्वरूप, आधे से ज्यादा निर्माण पूरा होने से पहले ही करीब 50 फीट लंबी बाउंड्री दीवार गिर गई, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठे हैं।
इस घटना से स्थानीय ग्रामीण काफी नाराज हैं। गांव के दीपक सिंह, रघुनाथ सिंह, दलजीत सिंह, संजय सिंह, आशीष सिंह, देवेंद्र सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच कराए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह के घटिया निर्माण से न केवल सरकारी धन की बर्बादी होती है, बल्कि भविष्य में सुरक्षा संबंधी गंभीर खतरे भी पैदा हो सकते हैं।
यह मामला विशेष चिंता का विषय है क्योंकि जिले के 14 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में इस योजना के तहत बाउंड्री निर्माण का कार्य जारी है। ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं अन्य स्कूलों में भी घटिया निर्माण तो नहीं किया जा रहा। इस पूरे मामले में प्रशासनिक स्तर पर जांच कराई जानी चाहिए और दोषी अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्यवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न दोहराई जाए।
यह घटना सरकारी परियोजनाओं में हो रही मनमानी और घटिया गुणवत्ता की पोल खोलती है, जो कि प्रशासन के लिए चुनौती बन चुकी है। जनता उम्मीद कर रही है कि संबंधित विभाग इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द समाधान निकालेंगे और स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करेंगे।
मुख्य बिंदु :
परियोजना का परिचय:
बल्दीराय तहसील क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज पिपरी में प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत बाउंड्री (चहारदीवारी) निर्माण कार्य चल रहा था।निर्माण लागत और विस्तार:
बाउंड्री का निर्माण लगभग 1 करोड़ 63 लाख 80 हजार रुपये की लागत से किया जा रहा था। इसका कुल लंबाई 1850 रनिंग मीटर थी।निर्माण की शुरुआत:
यह निर्माण कार्य मई माह में शुरू हुआ था।बरसात में गिर गई बाउंड्री:
निर्माणाधीन बाउंड्री बरसात के दौरान धराशायी हो गई। करीब 50 फीट लंबी दीवार पूरी तरह टूट गई।घटिया निर्माण की शिकायत:
स्थानीय लोगों ने बताया कि निर्माण के दौरान नींव खुदाई बहुत कम हुई, गिट्टी कुटाई नगण्य थी, और पीली ईंट तथा घटिया बालू का इस्तेमाल किया गया।पानी की व्यवस्था न होने से समस्या:
निर्माण में पानी की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण मिक्सचर ठीक से नहीं बना और दीवार कमजोर हुई।स्थानीय लोगों की नाराज़गी:
गांव के कई लोग जैसे दीपक सिंह, रघुनाथ सिंह, दलजीत सिंह, संजय सिंह, आशीष सिंह, देवेंद्र सिंह ने कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं।जांच और गुणवत्ता की मांग:
स्थानीय जनता ने निर्माण कार्य की पूरी जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।अन्य विद्यालयों में भी जारी निर्माण:
जिले के 14 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में भी इस योजना के तहत बाउंड्री निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे अन्य स्थानों पर भी गुणवत्ता को लेकर चिंता है।सम्भावित नुकसान:
घटिया निर्माण की वजह से परियोजना की लागत बेकार हो सकती है और भविष्य में सुरक्षा संबंधी खतरे भी बन सकते हैं।प्रशासनिक स्तर पर उठने की उम्मीद:
इस मामले को स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग के समक्ष उठाने की संभावना जताई जा रही है ताकि गुणवत्ता सुधार और उचित कार्यवाही हो सके।