
संवाददाता , योगेश यादव
News Time Nation Sultanpur – उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद की इसौली विधानसभा में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आगामी 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी क्रम में कुड़वार ब्लॉक के हाजीपट्टी (सेक्टर 29) में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि एक भी वोट न छूटे और न ही कटे।
यह पंचायत राजनीतिक रूप से सक्रिय बूथ अध्यक्ष वकील अहमद खान भुट्टो की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज़िला पंचायत सदस्य और समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राम शंकर यादव रहे।
📌 पंचायत का उद्देश्य: चुनावी तैयारियों का आगाज़
इस पंचायत का उद्देश्य स्पष्ट था – 2027 के विधानसभा चुनाव में सशक्त रणनीति तैयार करना, बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय करना और पीडीए वर्ग (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को एकजुट कर समाजवादी पार्टी को मजबूत बनाना।
राम शंकर यादव ने अपने भाषण में कहा:
“अब समय है कि हम गांव, मजरा, टोला और बूथ स्तर तक जाएं।
पीडीए ही भविष्य की राजनीतिक दिशा तय करेगा, और हम सभी का कर्तव्य है कि अखिलेश यादव को पुनः उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाएं।”
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🔊 नारे और संकल्प: “न एक वोट छूटे, न एक वोट कटे”
कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम के दौरान एक स्वर में नारे लगाए:
- “पीडीए एकजुट हो, सत्ता परिवर्तन तय हो”
- “न एक वोट छूटे, न एक वोट कटे”
- “अखिलेश यादव जिंदाबाद”
- “संविधान बचाओ, भाजपा हटाओ”
यह स्पष्ट संकेत था कि कार्यकर्ता सिर्फ बैठक नहीं कर रहे, बल्कि एकजुट और सक्रिय संगठनात्मक अभियान की ओर बढ़ चुके हैं।
👥 पंचायत में मौजूद प्रमुख कार्यकर्ता
इस महत्वपूर्ण पंचायत में समाजवादी विचारधारा से जुड़े अनेक स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
- अख़तर खान प्रधान
- अभिषेक यादव
- अरबिद यादव
- राम बरन कोरी
- आरिफ खान
- नसीम अहमद
- नफ़ीस अहमद
- बब्बू अहमद
- जफ्फार
- करमशेर
- तौफ़ीक़ अहमद
- डॉ. इस्लाम खान
- सकील अहमद
- कल्लू कोरी
- जगत पाल
- राम नारायन रैदास
- अमन चौहान
- अभय विश्वकर्मा
इन सभी कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर वोटरों से संपर्क करने, मतदाता सूची को दुरुस्त कराने और युवाओं को पार्टी से जोड़ने का संकल्प लिया।
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🧭 रणनीति: बूथ स्तर पर होगी गहन सक्रियता
कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिए गए कि वे:
- हर बूथ पर 11 सदस्यीय पीडीए कमेटी का गठन करें।
- नए मतदाताओं का नाम जुड़वाएं।
- पुराने वोटरों से संपर्क कर उन्हें पार्टी की नीतियों से अवगत कराएं।
- महिलाओं और युवाओं को जोड़ने पर विशेष फोकस करें।
राम शंकर यादव ने कहा:
“2027 में जीत सिर्फ नारों से नहीं, मजबूत संगठन और बूथ प्रबंधन से मिलेगी। हमें अभी से ही काम पर लगना होगा।”
🗳️ अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प
बैठक का मुख्य संकल्प था:
“पीडीए वर्ग को एकजुट कर, अखिलेश यादव को 2027 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना है।”
यह संकल्प ना सिर्फ भाषणों में दोहराया गया, बल्कि सभी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में इसे नारे और संकल्प पत्र के माध्यम से दोहराया।
📷 पंचायत की तस्वीरें हुईं वायरल
News Time Nation Sultanpur को प्राप्त तस्वीरों में पंचायत की सजावट, नेताओं का भाषण और कार्यकर्ताओं का जोश साफ देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर पंचायत की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रही हैं, जिससे स्पष्ट है कि कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर सक्रिय हो चुके हैं।
🧩 पीडीए क्या है और क्यों अहम?
पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग – यह समाज का वह बड़ा तबका है, जो सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में पीडीए वर्ग का हिस्सा 60% से अधिक माना जाता है।
- यह वर्ग वोट निर्धारण में निर्णायक भूमिका निभाता है।
- समाजवादी पार्टी का फोकस यही वर्ग रहा है, जिसे वह संविधान, आरक्षण और सामाजिक न्याय से जोड़ती रही है।
📊 पिछला प्रदर्शन: इसौली विधानसभा में समाजवादी स्थिति
चुनाव वर्ष | विजेता पार्टी | प्रमुख उम्मीदवार | वोट प्रतिशत |
---|---|---|---|
2022 | समाजवादी पार्टी | अबरार अहमद | ~45% |
2017 | सपा (नजदीकी हार) | अबरार अहमद | ~43% |
इसौली विधानसभा समाजवादी पार्टी के लिए एक मजबूत गढ़ माना जाता है, और अब पार्टी इस स्थिति को और सुदृढ़ करने में जुट गई है।
📌 रणनीतिक बिंदु: पंचायत से निकले 5 अहम एजेंडे
- बूथ कमेटी पुनर्गठन और प्रशिक्षण
- मतदाता सूची का पुनरीक्षण अभियान
- पीडीए समुदाय में संवाद और चौपाल कार्यक्रम
- महिला और युवा कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में लाना
- भाजपा सरकार की नीतियों की समीक्षा और जनजागरण
🧭 आगे की राह: पंचायत से लेकर विधान सभा तक
इस पंचायत ने इसौली विधानसभा में सियासी हलचल को फिर से गर्म कर दिया है। कार्यकर्ता अब राजनीतिक “मूड सेटिंग” और जन समर्थन जुटाने की रणनीति पर काम करेंगे। पंचायत का संदेश साफ है – मंच से मैदान तक, पीडीए तैयार है।
“सिर्फ चुनाव के समय नहीं, हर दिन जनता के बीच रहें, यही असली रणनीति होगी।” – राम शंकर यादव
निष्कर्ष
News Time Nation Sultanpur की यह विशेष रिपोर्ट इस बात की ओर इशारा करती है कि समाजवादी पार्टी और पीडीए वर्ग अब आने वाले चुनाव को लेकर पूरी तरह सतर्क और संगठित हो चुके हैं। इसौली विधानसभा की पंचायत सिर्फ एक राजनीतिक बैठक नहीं, बल्कि मिशन 2027 का आधिकारिक आगाज़ थी।
अब देखना यह होगा कि:
- यह पंचायत कितना जनसमर्थन खींच पाती है?
- क्या भाजपा इस आयोजन का राजनीतिक जवाब देगी?
- क्या 2027 में वास्तव में पीडीए ताकत बनकर उभरेगा?