संवाददाता , योगेश यादव
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले की तहसील लंभुआ में भारतीय उद्योग व्यापार मंडल की एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक राम दरबार मंदिर के निकट विभव बरनवाल के प्रतिष्ठान पर आयोजित हुई। बैठक में व्यापारी समुदाय के सैकड़ों सदस्य मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री श्री रवीन्द्र त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रमेश अग्रहरि ने की और संचालन वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष जयशंकर त्रिपाठी द्वारा किया गया।
संगठन का संदेश स्पष्ट: “एकता में शक्ति है”
अपने भाषण में प्रदेश महामंत्री रवीन्द्र त्रिपाठी ने एक सशक्त और स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा:
“यदि हम एकजुट और संगठित रहेंगे, तो कोई भी सरकारी या गैर-सरकारी ताकत हमारे व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं कर सकती।“
“व्यापार मंडल का मुख्य उद्देश्य व्यापारी हित है, और हम इसे किसी भी हालत में दरकिनार नहीं होने देंगे।“
रवीन्द्र त्रिपाठी ने आगे कहा कि अगर कोई व्यक्ति, चाहे वह अधिकारी हो या कोई अन्य, व्यापारियों को परेशान करने की कोशिश करता है, तो उसे उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा।
गौरवशाली इतिहास का स्मरण
श्री त्रिपाठी ने लंभुआ व्यापार मंडल के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए पूर्व महामंत्री जवाहरलाल बरनवाल के कार्यकाल की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब तक उन्होंने पद संभाला, व्यापारी हितों को सर्वोपरि रखा और जब संगठन अपने मूल उद्देश्य से भटकने लगा, तब उन्होंने स्वेच्छा से त्यागपत्र देकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा:
“व्यापारी एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। जिस दिन यह टूटेगी, उसी दिन से शोषण शुरू हो जाएगा।“
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदर्भ
रवीन्द्र त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का हवाला देते हुए कहा कि:
“दानवीर भामाशाह जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि यदि किसी ने व्यापारी या बेटी की सुरक्षा से खिलवाड़ किया, तो अगले चौराहे पर यमराज उसका इंतजार करेंगे।“
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार व्यापारियों और उद्यमियों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर पूरी तरह गंभीर है, लेकिन कुछ स्थानीय अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
संगठनात्मक पुनर्गठन: नई जिम्मेदारियां
बैठक में भारतीय उद्योग व्यापार मंडल तहसील और नगर इकाई लंभुआ का पुनर्गठन भी किया गया। सर्वसम्मति से निम्न पदाधिकारी चुने गए:
तहसील स्तर:
- विभव बरनवाल – तहसील अध्यक्ष
- विवेक दुबे – तहसील उपाध्यक्ष
- अनुप बरनवाल – तहसील उपाध्यक्ष
नगर स्तर:
- सदासुख अग्रहरि – नगर अध्यक्ष
- सुशील बरनवाल – नगर महामंत्री
- नियाज़ – युवा नगर अध्यक्ष
- शिव शंकर अग्रहरी – प्रमोशन, जिला सह सचिव
- राकेश अग्रहरी, हनुमान प्रसाद अग्रहरी, राकेश कसौधान – नगर संरक्षक
- सतीश बरनवाल – युवा महामंत्री
- दुर्गा प्रसाद कसौधन – युवा उपाध्यक्ष
- प्रवीण पाठक – प्रवक्ता
- आशीष अग्रहरी – मीडिया प्रभारी
हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे। …
व्यापारियों को दिए गए महत्वपूर्ण संदेश
जिला अध्यक्ष रमेश अग्रहरि ने कहा:
“सिर्फ वही व्यक्ति व्यापारी माना जाएगा जो स्वयं व्यापार करता है। व्यापार मंडल का नाम लेकर किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न करने वालों से सावधान रहना होगा।“
वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष जयशंकर त्रिपाठी बोले:
“यदि स्थानीय प्रशासन व्यापारियों की समस्याओं का हल नहीं करता, तो हम उन्हें जिले व प्रदेश स्तर पर उठाएंगे।“
जिला मंत्री राकेश पांडे ने कहा:
“सैकड़ों व्यापार मंडल हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर लड़ाई सिर्फ भारतीय उद्योग व्यापार मंडल और रवीन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में हो रही है।“
जिला युवा प्रभारी अजय जायसवाल बोले:
“हमें गर्व है कि रवीन्द्र त्रिपाठी जैसा साहसी और संघर्षशील नेता हमारे साथ हैं।“
व्यापारियों में जोश और एकजुटता
बैठक में शामिल सैकड़ों व्यापारियों ने रवीन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में अपना भरोसा जताया।
“News Time Nation Sultanpur” संवाददाता ने से रिपोर्ट किया कि पूरे आयोजन में उत्साह, जोश और संगठनात्मक ताकत का प्रदर्शन साफ नजर आया।
व्यापारियों ने एक स्वर में कहा:
“अब अगर किसी ने व्यापारी को परेशान किया, तो जवाब उसी भाषा में दिया जाएगा।“
“हम संगठित रहेंगे, तभी सुरक्षित रहेंगे।“
व्यापार मंडल की भूमिका
“भारतीय उद्योग व्यापार मंडल” का उद्देश्य केवल पद देना या मीटिंग करना नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर व्यापारियों के हक की लड़ाई लड़ना है।
रवीन्द्र त्रिपाठी ने बार-बार इस बात पर ज़ोर दिया कि संगठन को शक्तिशाली, सक्रिय और अनुशासित बनाना ही उनकी प्राथमिकता है।
हमारे यूट्यूब चैनल को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें। …
News Time Nation Sultanpur का विश्लेषण
“News Time Nation Sultanpur” का मानना है कि:
- सुल्तानपुर जैसे जिले में जहां छोटे व्यापारी रोज़ प्रशासनिक दबाव या क्षेत्रीय राजनीति के बीच फंसे रहते हैं, वहां ऐसे संगठनों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।
- रवीन्द्र त्रिपाठी जैसे नेता जो सड़कों पर उतरकर व्यापारियों के लिए संघर्ष करते हैं, उनकी स्पष्ट और साहसिक भाषा प्रशासन पर दबाव बनाने का काम करती है।
निष्कर्ष
व्यापारी एकता और संगठन ही सुरक्षा की कुंजी है।
जब तक व्यापारी एकजुट हैं, उन्हें न कोई डरा सकता है, न दबा सकता है।
आज की बैठक और उसमें हुए निर्णयों ने यह साफ कर दिया है कि अब व्यापारी उत्पीड़न के खिलाफ खामोश नहीं रहेंगे।