यूपी में विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election 2022) से पहले देवी-देवताओं और महापुरुषों की मूर्तियों को लेकर सियासत तेज हो गई है. इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में भगवान परशुराम (Lord Parshuram) की सोलह फिट की भव्य प्रतिमा तैयार कर ब्राह्मण वोटरों को साधने की कवायद शुरू की जा रही है. भगवान परशुराम की यह मूर्ति बीजेपी नेता श्याम प्रकाश द्विवेदी ने तैयार कराई है.
इसके लिए प्रयागराज में रविवार 14 नवम्बर को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के साथ ही मशहूर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर, यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक, बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय के साथ ही बीजेपी के कई सांसद और विधायक भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम से पहले शनिवार को शहर में भगवान परशुराम की भव्य शोभा यात्रा भी निकाली गई. यह शोभा यात्रा शहर में तमाम जगहों से होते हुए सुभाष चौराहे पर पहुंची, जहां पर शक्ति प्रदर्शन भी किया गया.
मूर्ति स्थापना कराने वाले बीजेपी नेता और ब्राह्मण समाज उत्थान सेवा संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी के मुताबिक़ प्रयागराज के बाद उत्तर प्रदेश के सभी पचहत्तर जिलों में इसी तरह भगवान परशुराम की मूर्ति लगाई जाएगी. यह सभी मूर्तियां संस्था की ओर से लगाई जाएंगी. इन कार्यक्रमों में सरकार और बीजेपी से जुड़े लोगों के साथ ही संत-महात्माओं और ब्राह्मण समाज से जुड़े दूसरे लोगों को भी बुलाया जाएगा. उनके मुताबिक़ भगवान परशुराम के आशीर्वाद से ही बीजेपी आज केंद्र और यूपी की सत्ता में है. ऐसे में पार्टी से जुड़ा होने की वजह से उन्होंने यूपी के सभी जिलों में उनकी मूर्तियां लगाने का फैसला किया है. इन मूर्तियों के स्थापना कार्यक्रम में सरकार की उपलब्धियों को भी बताया जाएगा.
सभी पार्टियां ब्राह्मणों को साधने में जुटीं
गौरतलब है कि यूपी में इन दिनों ब्राह्मणों को लुभाने के लिए सभी पार्टियां जी जान से जुटी हुई हैं. कहीं ब्राह्मण सम्मेलन किया जा रहा है तो कहीं मूर्तियों के ज़रिये ब्राह्मण वोटरों को साधने की सियासत हो रही है. इस बीच प्रयागराज में स्थापित की जा रही भगवान परशुराम की प्रतिमा प्रदेश में लगने वाली पहली प्रतिमा भी बतायी जा रही है.