UP Election 2022 : इस चुनाव से जनता क्या चाहती है? जनता के मुद्दे क्या हैं? पुराने वादों पर कितना काम हुआ? विकास पर पड़ेंगे वोट या सियासी बयानों पर पलटेगी बाजी? ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए ‘अमर उजाला’ का विशेष चुनावी रथ आज गाजियाबाद पहुंचा। यहां गांधी नगर तिलक टी- शॉप पर चाय पर चर्चा के दौरान लोगों ने खुलकर चुनावी चर्चा की। पढ़िए इस बार चुनाव में गाजियाबाद का क्या है मूड…?
उत्तर प्रदेश में ‘अमर उजाला’ सत्ता के संग्राम का आज शानदार आगाज हुआ। अगले साल यानी 2022 में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव से जनता क्या चाहती है? जनता के मुद्दे क्या हैं? पुराने वादों पर कितना काम हुआ? विकास पर पड़ेंगे वोट या सियासी बयानों पर पलटेगी बाजी? ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए ‘अमर उजाला’ का विशेष चुनावी रथ आज गाजियाबाद पहुंचा। यहां गांधी नगर तिलक टी- शॉप पर चाय पर चर्चा के दौरान लोगों ने खुलकर चुनावी चर्चा की। पढ़िए इस बार चुनाव में गाजियाबाद का क्या है मूड…?
UP Election 2022 : अपराध पर क्या बोले लोग?
चाय पर चर्चा के दौरान व्यापारी सुबोध गुप्ता, नीरज गोयल, संजीव शर्मा, रवि गर्ग सहित कई लोगों ने कहा की गाजियाबाद समेत पूरे प्रदेश में अपराध पर लगाम लगा है। गुंडे और बदमाश काफी डरे हुए हैं। लगभग 80% अपराध के मामलों में गिरावट आई है। मनोह वोहरा ने कहा कि शहर में काफी विकास हुआ है। सड़कें पहले से बेहतर हुई है। मनोज ने धोबीघाट आरओबी शुरू करने की मांग की।
UP Election 2022 : महंगाई और भ्रष्टाचार पर क्या है लोगों की सोच?
संजय यादव ने महंगाई और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। कहा कि पहले के मुकाबले महंगाई और भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया है। सरकारी विभागों में अफसरशाही शुरू हो गई है। अफसर आम जनता की बात नहीं सुनते। राजेन्द्र कुमार शर्मा ने भी कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार रोकने के लिए काम करना चाहिए। वहीं, रवि गर्ग ने कहा की महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। अच्छा काम हो रहा है।
किन मुद्दों पर पड़ेंगे वोट?
विकास के मुद्दे पर होगी बात चाय पर चर्चा को लेकर गाजियाबाद के लोगों ने साफ कर दिया कि इस बार चुनाव में विकास, सुरक्षा के मुद्दे पर ही वोट पड़ेंगे। जो अच्छा काम करेगा वही उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालेगा।
आम जनता ने और क्या कहा?
- डेंगू को लेकर थोड़ा सतर्क रहना होगा। शुरुआत में थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन अब ठीक है।
- कूड़ा डंपिंग की व्यवस्था अभी नहीं हो पाई है। इसपर काम करने की जरूरत है।
- महिलाएं काफी सुरक्षित हैं। अपराध पर योगी सरकार ने पूरी तरह से लगाम लगाने में कामयाबी हासिल की है।
- सड़कें पहले के मुकाबले काफी बेहतर हुई हैं।
- सरकारी कामकाज ऑनलाइन हो गए हैं। आधे से एक घंटे के अंदर लोगों को गैस सिलेंडर मिल जाता है। बिजली का बिल भरने के लिए अब लंबी लाइनें नहीं लगती हैं।