यूपीटीईटी (UPTET Paper Leak) पेपर लीक प्रकरण में यूपी एसटीएफ मामले की जांच पड़ताल कर रही है. इसी कड़ी में पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा है. वरुण गांधी ने गुरुवार को एक ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो जाते हैं. आखिर कब तक सब्र करें भारत का नौजवान. बता दें कि वरुण गांधी भाजपा के सांसद होते हुए भी लगातार पार्टी की सरकारों के खिलाफ हमलावर रहे हैं और किसानों व नौजवानों के मुद्दे पर बोलते रहे हैं.
टीईटी पेपर लीक मामले में खुलासा हुआ है कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय और आरएसएम फिनसर्व लि. के निदेशक अनूप प्रसाद के बीच पुराने रिश्ते रहे हैं. बताया जा रहा है कि पूर्व में संजय की तैनाती नोएडा में भी रही है. सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी एसटीएफ को जानकारी मिली है कि प्रश्नपत्र छपने का काम देने से पहले नोएडा के एक पांच सितारा होटल में संजय और अनूप के बीच मीटिंग भी हुई थी.
यह काम 13 करोड़ रुपये का था, लेकिन काम देने से पहले न तो परीक्षा का काम लेने वाली कंपनी का टर्न ओवर देखा गया और न ही उसका सेटअप देखा गया. गौरतलब है कि 28 नवम्बर को दो पारियों में यूपी टीईटी परीक्षा होनी थी लेकिन पेपर लीक की खबर के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया. परीक्षा में 21 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे. खबर के अनुसार टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13.52 लाख और टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8.93 लाख परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था.