सरकारी धन में बंदरबांट करने का लगा इल्जाम
तीन महिने बीत जाने पर भी नहीं शुरु हुई जांच
एलईडी बल्ब घोटाले में राजफाश ना होने से सभी परेशान
9 करोड़ में से 85 लाख 25 हजार की हुई थी हेराफेरी
मुहल्लो को रौशन करने से पहले ही हुआ घोटाला
जांच टीमो पर उठे सवाल
नगर पालिका अध्यक्ष ने दिया बयान
सुल्तानपुर से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर आ रही है जहां एलईडी बल्बों से न उजाला फैला न इस कथित खरीदारी में हुई 85 लाख 25 हजार की हेरफेर के रकम की वसूली हो सकी है.. दरअसल नगर पालिका की ओर से शहर को स्मार्ट बनाने और मुहल्लों को रोशन करने के लिए 2400 एलईडी लाइटों की खरीद में हुए घोटाले का राजफाश तीन माह बाद भी नहीं हो सका है.. हालात यह हैं कि खरीदे गए बल्ब कहां हैं इसकी जानकारी भी देने वाला कोई नहीं है.. दीन दयाल उपाध्याय आदर्श नगर निकाय के तहत शहर विकास के लिए मिले नौ करोड़ के बजट में खेल हो रहा है… बीते अगस्त में दूधिया प्रकाश से शहर को जगमग करने के लिए 90 और 120 वाट के बल्ब कई चरण में नपाप प्रशासन की ओर से खरीदे गए… इसकी खरीदारी में अनियमितता की शिकायत और जांच की मांग की गई लेकिन तीन महिनो के बाद भी अभी तक इस घोटाले के जांच के लिए गठित की गई दो समितियों ने जांच पड़ताल शुरु नहीं की है… हालांकी तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी को 13 अगस्त को निलंबित कर दिया गया..