पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की काशी यात्रा इस बार कई मायने में अनूठी होने जा रही है. इस बार पीएम मोदी बाबा दरबार से गंगधार के लिए बनाए गए कॉरीडोर से विश्वनाथ मंदिर पहुंचेंगे. पीएम मोदी 13 दिसंबर को सुबह करीब 11:30 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरेंगे. वहां से सीधे हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचेंगे कालभैरव मंदिर. यहां दर्शन पूजन के बाद कालभैरव मंदिर से खिड़किया घाट जाएंगे. खिड़किया घाट से क्रूज पर सवार होकर पीएम मोदी दोपहर करीब डेढ़ बजे ललिता घाट पहुंचेंगे. घाट से पीएम मोदी गंगाजल लेकर पैदल विश्वनाथ मंदिर पहुंचेंगे. यहां पहले से ही देशभर की नदियों का जल लेकर संत मौजूद होंगे.
पीएम मोदी गंगाजल समेत देशभर की नदियों के जल से शिव का जलाभिषेक करेंगे. यहां करीब दो घंटे पीएम मोदी पूजा अर्चना और लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद साधु संतों और काशी के लोगों को संबोधित करेंगे. यहां पीएम वापस ललिता घाट से क्रूज पर सवार होकर रविदास घाट पहुंचेंगे.
मुख्यमंत्रियों के साथ क्रूज पर सवार होंगे पीएम मोदी
यहां से सड़क मार्ग के जरिए बरेका अतिथि गृह पहुंचेंगे. वहां कुछ देर विश्राम करने के बाद देश के सभी भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों के साथ वापस रविदास घाट पहुंचकर क्रूज पर सवार होंगे. क्रूज के जरिए पीएम मोदी लोकार्पण के मद्देनजर जो सजावट, आतिशबाजी, लेजर शो आदि आयोजन हो रहे हैं, उसको देखेंगे.
14 दिसंबर को सीएम डिप्टी सीएम के साथ होगी बैठक
गंगा आरती भी पीएम मोदी क्रूज पर बैठकर देखेंगे. अगले दिन यानी 14 दिसंबर को पीएम मोदी की भाजपा शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम के साथ मीटिंग है. यही नहीं बनारस रेल इंजन कारखाने में ही सभी राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम का सम्मेलन होगा, जिसमें सभी सीएम अपने अपने राज्य में कैसे केंद्र सरकार की योजनाएं विकास की नई इबारत लिख रही है, उसका ब्योरा देंगे. सीएम सम्मेलन के बाद स्वर्वेद मंदिर उमरहा जाएंगे. यहां पीएम मोदी योगाचार्यों और संतों के बीच रहकर उनसे संवाद करेंगे.