ना हाथ है, ना पैर फिर दिया वोट…
आज हम आपको अमेठी जिले में रहने वाले एक ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं जिनके ना तो दोनों हाथ हैं और ना ही दोनों पैर…बावजूद इसके वो नौजवान किसी का मोहताज नहीं हैं…वो चलता भी है…और अपने सारे काम भी करता है…लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि वो नौजवान वोट भी देता है…ताकि गांव का विकास हो सके…जी हां हम बात कर रहे है अमेठी जिले के महफूज की…जो कि हाथ पैरों से दिव्यांग हैं लेकिन किसी के मोहताज नहीं..
महफूज की उम्र 25 साल है…जैसा कि देखने से ही पता चल रहा है कि महफूज के ना तो हाथ और ना ही पैर…बावजूद इसके वो किसी के मोहताज नहीं…महफूज खुद को देश का जिम्मेदार नागरिक मानते हैं तभी तो जैसे ही कोई इलेक्शन होता है महफूज सुबह ही तैयार होकर वोट देने निकल पड़ते हैं…उन्हें उम्मीद है कि उनका एक वोट भी देश की किस्मत बदल सकता है…
महफूज पिछले कई सालों से वोट दे रहे हैं जिसके बारे में इलाके के नेताओं और प्रत्याशियों को पता भी है लेकिन आज तारीख तक कोई भी प्रत्याशी जीतने के बाद महफूज से मिलने आया…जिसका महफूज को अफसोस है…महफूज अब सिर्फ ये चाहते हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत एक मकान मिल जाए…जिसमें वो आराम से रह सके…लेकिन वो होना जरा मुश्किल दिखाई दे रहा है…