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अमेठी में नाबालिग से रेप 7 महीने की हुई गर्भवती !

बाराबंकी में एक शख्स की नाबालिग बेटियों को उस गुनाह की सजा दी गई जो उसने की ही नहीं…और उसे सजा देने वाला भी कोई और नहीं बल्कि पुलिस है…जी हां जिस पुलिस को मित्र पुलिस साबित किया जाता है उसी पुलिस ने इस शख्स की नाबालिग बेटियों को पीट पीट कर बेहाल कर दिया…
ये मामला लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के थाना दरियाबाद क्षेत्र के क्यामपुर गांव का है जहां रहने वाले गरीब दलित राम आशीष की बच्चियों पर गांव के एक शख्स ने चोरी का इल्जाम लगा दिया…पीड़ित की माने तो पड़ोस में रहने वाले शख्स के घर में एक समारोह था उसी दौरान उनके घर से एक अंगूठी चोरी हो गई…चोरी का आरोप उनके बच्चो पर लगाया गया…इल्जाम लगाने वालों ने रामआशीष के नाबालिग बेटे को पकड़ कर पीटना शुरु कर दिया…परिवार बेटे को बचाने पहुंचा तो दबंगो ने उन्हें पीट दिया…इतना ही नहीं आरोप लगाने वालों ने उनके घर के सारा सामान उलट कर तलाशी लेकिन अंगूठी नहीं मिली…इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई…मौके पर पहुंची दरियाबाद थाने की पुलिस ने नाबालिग बच्चों को पकड़ लिया और पीटते हुए थाने ले गए…और फिर थाने ले जाकर पिटाई की गई…पीड़ित महिला शांती देवी से पुलिस ने कहा कि चोरी की गई अंगूठी वापस करो वर्ना 20 हजार रुपये वर्ना पूरे परिवार को जेल भेज दिया जाएगा…
महिला ने परिवार को बचाने की चक्कर में 20 हजार रुपये देने की बात तो कह दी लेकिन परिवार तो पहले से ही दाने दाने को महताज है ऐसे में वो भला 20 हजार रुपये कहां से देंगे…खैर ये अलग बात है…नाबालिग बच्चियों की माने तो थाने लेजाकर पुलिस ने उन्हें इस चमड़े की बेल्ट से पीटा…इतना हीन हीं उनके सिर पर डंडे से मारा गया जिससे सिर फट गया और खून निकलने लगा…लेकिन पुलिस ने बच्चों का इलाज तक नहीं करवाया…
इस पूरे मामले में सवाल ये उठता है कि आखिर मासूम बच्चों को थर्ड डिग्री देने का अधिकार पुलिस को किसने दिया…आखिर कैसे पुलिस ने मासूम बच्चों को इस कदर पीटा…वहीं एसपी के कहना है कि मामले की जांच की जा रही आरोपी पुलिस कर्मियो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी…
फिलहाल पीड़ित परिवार घर पर है…वो मीडिया के सामने बोलने से भी डर रहे थे…उन्हे डर है कि अगर खबर चल गई तो दारोगा साहब और भी नाराज हो जाएगे..ऐसे में उनकी और भी ज्यादा पिटाई की जाएगी…ऐसे में जरुरी है कि आलाधिकारी मामले पर संजीदगी दिखाते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें ताकि आने वाले वक्त में कोई भी पुलिस कर्मी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे…

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