Breaking News

प्रयागराज आखिर कहां से आ रही इतनी लाशे !

रेत के छोटे छोटे तीलो पर उढ़ाई गई रामनामी चादर सरकार के दिए गए हर एक उस बयान पर जोरदार तमाचा है की देश में सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए विपक्षी गंगा में लाशो को बहा रहे हैं.. तमाचा है उन दिए गए बयानो पर की कैमरे की मदद से कुछ जगहों पर दफ्न की गई लाशो को बड़े स्तर पर एडिट करके लोगो को दिखाया जा रहा है.. हिंदू धर्म में लाशो को दफ्न नहीं बल्कि उन्हें जलाया जाता है लेकिन सरकार की नाकामियों का खामियाजा उन बदनसीबो को चुकाना पड़ रहा है जिन्हे जीते जी तो कोई सुविधा नसीब नहीं हुई और मरने के बाद भी उन्हें वो सम्मान नहीं मिला जो यकीनन हर किसी का अधिकार है..

इन तस्वीरो को देखकर आप सोच रहें होगे की ये तो वहीं पूरानी प्रयागराज में गंगा किनारे की तस्वीरे हैं लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है.. ये तस्वीरे श्रृंगवेरपुर और फाफामऊ गंगा घाटों पर ही नहीं बल्कि यमुना के महेवा घाट की है.. जी हां अब गंगा के बाद यमुना के पानी और उसके किनारो पर लोग लाशो को दफ्न कर रहे है.. औऱ वजह एक ही है पैसो की किल्लत.. आपको बता दे की ये तस्वीरे शत प्रतिशत सच्ची है.. यहां सैकड़ो की संख्या में कब्रे है.. रामनामी चादर से ढकी ये कब्रे उन बादनसीबो की हैं जिनका अंतिम संस्कार न हो सका..
स्थानीय निवासियों और मल्लाहों का कहना है की महेवा घाट पर चिताए जलाई जाती रही हैं और परंपरा के अनुरूप कुछ लाशो को दफ़न भी किया जाता रहा है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में कब्रे पहली बार देखी जा रही हैं.. घाट के आसपास नाविको का कहना है कि श्मशान घाटों की भीड़ और महंगे अंतिम संस्कार की वजह से लोग शवों को रेत में गाड़कर चले जा रहे हैं..
दूसरी तस्वीरे वो है जो इस वक्त सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.. तस्वीरो में साफ तौर पर देखा जा सकता है की कैसे ये शख्स कर्बौ से चादर हटा रहा है.. और पास में ही मौजूद चिता पर रख कर उन्हें जला रहा है… अब सरकार के कुछ प्यादो को यकीनन इसके पीछे की बात पता ही होगी क्योकिं प्रशासन के आदेश के बिना तो ये काम कोई नहीं करेगा..
सवाल ये है की अगर नदियो के किनारो पर बड़ी तादाद में लाशे दफ्न है ही नहीं है तो क्या लोग यूं ही ये रामनामी चादर किनारो पर छोड़ कर चले जा रहे है.. क्या कुत्तो का उन लाशो को नोच नोच कर खाना भी एक तरह का षडयंत्र है.. इन तस्वीरो को देखने के बाद अब आप ही बताएं की क्या सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने की कोशिशो में नहीं जुटी है..

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button