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सचिन हत्याकांड का राजा भइया कनेक्शन ! इसी गांव में हुई थी सीओ जियाउल हक की हत्या !

प्रतापगढ़ में रहने वाला 20 साल का वो नौजवान अपने दोस्तों के साथ बारात में गया था…शादी में ही किसी शख्स से उसका झगड़ा हो गया था…लेकिन उस नौजवान को क्या पता था कि इस झगड़े की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी…जी हां रात के अंधेरे में ही उस नौजवान का कत्ल कर दिया गया…और वो भी सरेराह…
दरअसल प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा कोतवाली क्षेत्र के पीरा नगर गांव में रहने वाला 20 साल का सचिन मिश्रा अपने दोस्त की बारात में गया था…बारात प्रयागराज जिले के नवाबगंज गई थी…डीजे पर डांस करने के दौरान सचिन मिश्रा और आकाश सिंह का झगड़ा हो गया…कुछ वक्त के बाद ही सचिन अपने दोस्तों के साथ बाइक के जरिये घर के लिए निकल पड़ा लेकिन रास्ते में ही काले रंग की स्कार्पियो से आए बदमाशों ने फायर झोक दिया…गोली सीझे सचिन के जिस्म में जा धंसी और वो घायल होकर मौके पर ही गिर गया…आनन फानन में गांव वालों ने सचिन को अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया…वहीं परिजनों का आरोप था कि कई दिन गुजर जाने के बावजूद आरोपियो की गिरफ्तारी नहीं हुई…इस पूरे मामले में सबसे खास बात ये है कि इस वारदात के तार कुंडा के हथिगवां थाने से जुड़े हैं…आपको बता दें ये इलाका किसी और का नहीं बल्कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया का है…इन इलाकों में आज भी राजा भइया की इजाजत के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता…और इसी इलाके में रहने वाले सचिन मिश्रा को मौत के घाट उतार दिया गया…इससे पहले भी 2 मार्च साल 2013 में कुंडा के हथगिवां थाना इलाके में मौजूद बलिपुर गांव में ही ऑन ड्यूटी सीओ जियाउल हक का कत्ल किया गया था…जानकारी के मुताबिक सीओ जियाउल हक ग्राम प्रधान नन्ह सिंह यादव की हत्या के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बलिपुर गांव पहुंचे थे…लेकिन गांव वालों ने फायरिंग शुरु कर दी…इस फायरिंग में सिपाही सीओ जियाउल हक को छोड़कर भाग गए लेकिन वो अकेले ही आगे बढ़ते रहे नतीजतन जिया हक के जिस्म को गोलियों से छलनी कर दिया गया…और उनकी मौत हो गई…इसका सीधा आरोप राजा भइया पर लगा…उस वक्त प्रदेश में सपा की सरकार थी और राजा भइया के मंत्री थे…लेकिन भारी दबाव के चलते राजा भइया को अपना मंत्री पद छोड़ना पड़ा था…जिसके बाद राजा भइया का नार्को टेस्ट तक काराया लेकिन राजा भइया हर टेस्ट को पास करते चले गए…और पूरे मामले में साफ साफ बच गए…हालाकिं जियाउल हक की पत्नी का साफ आरोप था कि कत्ल के पीछे राजा भइया का हाथ था…खैर उस मामले खत्म हुए करीब 7 साल का वक्त गुजर चुका है…लेकिन आज भी कुंडा और प्रतापगढ़ के लोगों के जहन में सीओ जियाउल हक की शहादत जिंदा है…ठीक उसी तरह अब युवक सचिन मिश्रा को मौत के घाट उतार दिया गया है जिसका आरोप आकाश सिंह पर लग रहा है..सूत्रों की माने तो आकाश सिंह राजा भइया का करीबी बताया जा रहा है…वहीं सियासी जानकारों का मानना है कि अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं और राजा भइया को नुकसान पहुंचाने कि लिए विरोधी छत्रीय बनाम ब्राह्मण की जंग कराने पर आमादा हैं…खैर पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और जल्द खुलासे का दावा किया जा रहा है.

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