सर्विस सेक्टर में 10 साल की सबसे लंबी छलांग, रोजगार के मोर्चे पर टेंशन बरकरार
नवंबर 2021 के दौरान भारत के सर्विस सेक्टर की गतिविधि 10 साल में सबसे ज्यादा रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ये जुलाई 2011 के बाद से सबसे तेज छलांग है। नये काम में निरंतर वृद्धि और बाजार की स्थितियों में सुधार के कारण ये तेजी आई है।
आपको बता दें कि लगातार चौथे महीने सर्विस सेक्टर में उत्पादन में वृद्धि देखी गई। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) की भाषा में, 50 से ऊपर के अंक का मतलब विस्तार होता है जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को दर्शाता है। मौसमी रूप से समायोजित किया जाने वाला इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स नवंबर में 58.1 पर था, जो अक्टूबर के 58.4 से मामूली रूप से नीचे था।
वहीं, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में भी रिकवरी आई है। इन दोनों क्षेत्रों में संयुक्त सुधार के परिणामस्वरूप समग्र पीएमआई उत्पादन सूचकांक नवंबर में बढ़कर 59.2 हो गया, जो अक्टूबर में 58.7 था। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2012 के बाद से समग्र पीएमआई में यह सबसे मजबूत वृद्धि है।
महंगाई चिंता का विषय: दोनों क्षेत्र- मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस में काम कर रही निजी कंपनियां धीरे-धीरे कीमतें बढ़ाकर इनपुट लागत महंगाई से निपटने के लिए जारी हैं। चूंकि कंपनियों को लागत दबाव का पूरा बोझ उठाना अभी बाकी है, इसलिए महंगाई एक चिंता का विषय बनी हुई है और यह उनके कारोबारी विश्वास पर दबाव बना रही है। हालांकि, रोजगार के मोर्चे पर अब भी चिंताएं बरकरार हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त आधार पर, निजी क्षेत्र के रोजगार में नवंबर में केवल मामूली वृद्धि हुई।