Breaking NewsIndia News

UPSC IAS IPS: आईपीएस ऑफिसर बनने से पहले 30 परीक्षाओं में हुए फेल, बताया कैसे क्रैक किया यूपीएससी

UPSC IAS IPS : हिन्दी मीडियम से आईपीएस ऑफिसर बनने से पहले आदित्य ने पांच सालों में पीसीएस, इंजीनियरिंग एंट्रेंस, बैंकिंग, एसएससी समेत कई भर्ती और प्रवेश परीक्षाएं दीं लेकिन यूपीएससी सिविल सर्विसेज छोड़कर उन्हें हर बार सभी एग्जाम में नाकामी मिली। जो यूपीएससी सीएसई ( UPSC Civil Services Exam ) उन्होंने क्रैक किया, वह उनका चौथा प्रयास था। लगातार मिल रही असफलताओं के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। आदित्य ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2018 ( UPSC CSE IAS IPS ) में 630वीं रैंक हासिल की। वह जानते थे कि उनकी मेहनत एक न एक दिन जरूर रंग लाएगी। आईपीएस ऑफिसर आदित्य की कहानी यूपीएससी की तैयारी कर रहे लाखों अभ्यर्थियों को सीख देती है कि असफलता से मिलने वाला अनुभव ही कामयाबी की राह खोलता है।

सरकारी शिक्षक दंपति के बेटे आदित्य की स्कूली शिक्षा 8वीं क्लास तक राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित उनके गांव के स्कूल से ही हुई। इसके बाद उन्होंने भदरा जिला मुख्यालय स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी की। राजस्थान बोर्ड से उन्होंने 12वीं पास की। 12वीं उनके 67 फीसदी नंबर थे। इसके बाद उन्होंने वहीं के एक कॉलेज से इतिहास, राजनीति विज्ञान और भूगोल विषयों के साथ बीए किया। स्कूल और कॉलेज में वह हिन्दी मीडियम के छात्र रहे। 2013 में यूपीएससी की तैयारी के लिए वह दिल्ली आ गए।

एक इंटरव्यू में आदित्य ने बताया, ‘अपने पिता की तरह मैं भी सिविल सेवा में जाना चाहता था। मैं यह सुनते हुए ही बड़ा हुआ कि कैसे सिविल सेवक आम जनता के लिए कल्याणकारी योजनाओं को अमल में लाते हैं। उनकी क्या ताकत और भूमिका होती है। ग्रेजुएशन के बाद मैंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा मैं बैठना शुरू किया। चूंकि यह एग्जाम साल में सिर्फ एक बार होता है, इसलिए मैंने प्लान बी के तौर पर साल भर में निकलने वाली अन्य सरकारी नौकरियों के फॉर्म भी भरे और उन भर्ती परीक्षाओं में बैठा। इससे मेरी नॉलेज और बढ़ी।’

दो दर्जन से ज्यादा भर्ती परीक्षाओं में आदित्य को असलफता हाथ लगी लेकिन इन नाकामियों ने उन्हें और मजबूत बनाया। वह कहते हैं, ‘फेल होने के बाद मुझे झटका जरूर लगता था, हतोत्साहित होता था, सोचता था कि छोड़ दूं। लेकिन मैंने अनावश्यक सामाजिक दबाव और नकारात्मकता से दूर रहने का फैसला किया। मैं हर प्रयास से प्रोत्साहित होता था। अगले एग्जाम में अच्छा करने का लक्ष्य रखता था। सोचता था – अपना टाइम आएगा।’

यूपीएससी की तैयारी में आए उतार चढ़ाव
आदित्य अपने पहले प्रयास में यूपीएससी प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए। इसके बाद दूसरे प्रयास में वह मेहनत करके इंटरव्यू तक पहुंचे। लेकिन उनका चयन नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पीटी में पहुंचा, तो मुझे लगा कि मैं प्रीलिम्स और मेन्स को आसानी से पास कर सकता हूं। मुझे बस अपने साक्षात्कार पर काम करना था। मुझे एक रियलिटी चेक मिला और तीसरे प्रयास में मेन्स में फेल हो गया।’

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button