IND vs SA: ‘3 दिन पहले ही लौटा था, सामान भी नहीं खोला और गुड न्यूज मिल गई’
प्रियांक पांचाल लंबे वक्त से टीम इंडिया में मौका मिलने का इंतजार कर रहे थे और उनकी यह मुराद सोमवार को पूरी हो गई. रोहित शर्मा चोटिल (Rohit Sharma Injured) होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज (India Tour of South Africa) से बाहर हो गए हैं. उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर गुजरात के कप्तान प्रियांक पांचाल (Priyank Panchal) को इस टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है. रोहित की प्रैक्टिस के दौरान जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव हो गया था. इसी वजह से उन्हें सीरीज से बाहर होना पड़ा.
प्रियांक हाल ही में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई इंडिया-ए टीम के कप्तान भी थे. वहां उन्होंने 3 पारियों में 120 रन बनाए थे. इससे पहले उन्हें इस साल इंग्लैंड के खिलाफ घेरलू टेस्ट सीरीज में भी भारतीय स्क्वॉड में शामिल किया गया था.
प्रियांक पांचाल भी भारतीय टीम (Indian cricket Team) में चुने जाने पर खुश हैं. उन्होंने ट्वीट किया, “भारत की जर्सी पहनने का मौका मिलने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. विश्वास दिखाने के लिए बोर्ड का शुक्रिया. शुभकामनाओं के लिए आप सभी का धन्यवाद.”
कड़ी मेहनत का इनाम मिला: प्रियांक
“मुझे खुशी है कि कड़ी मेहनत और और दृढ़ता ने दक्षिण अफ्रीका का टिकट दिलाया. अभी 3 दिन पहले ही मैं इंडिया-ए टूर करके दक्षिण अफ्रीका से घर लौटा था. मैंने ठीक से अपना सामान भी नहीं खोला था और अब मैं खुद को मुंबई (टीम इंडिया बायो-बबल में शामिल होने के लिए) जा रहा हूं.”
‘पहले मौका नहीं मिलने से मायूस हुआ था’
प्रियांक पांचाल (Priyank Panchal) ने आगे कहा, “मैं पिछले कुछ सालों से गुजरात और इंडिया-ए के लिए अच्छा कर रहा हूं, और मैं कई सालों से इस मौके का इंतजार कर रहा हूं. लेकिन मुझे इस मौके की उम्मीद नहीं थी. यह एक सुखद आश्चर्य है.”
उन्होंने आगे कहा, “जब मैं इतने रन बना रहा था तो मौका नहीं मिलने के बाद थोड़ा मायूस होना तो स्वाभाविक है. हालांकि, मेरा व्यक्तित्व ऐसा है कि मैं हमेशा सोचता था, एक बल्लेबाज के रूप में अब मुझमें क्या कमी है? अगर मैं भारत के लिए खेलना चाहता हूं, तो मुझे और अधिक प्रभावशाली बनने के लिए क्या करना चाहिए? अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किस तरह के खेल की जरूरत है? मुझे खुशी है कि मेरी मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति का आखिरकार अच्छा नतीजा मिल ही गया.”